शंभू बॉर्डर पर किसानों ने रोका मार्च,आगे बढ़ने के लिए दिल्ली पुलिस से लेनी होगी अनुमति

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केसरी खबरनामा (सुखदेव बाठ) 8 दिसंबर

किसान अपनी मांगों को लेकर आज भी दिल्ली कूच नहीं कर पाएंगे। हरियाणा पुलिस ने किसानों को शंभु बॉर्डर पर रोक दिया है और उन्हें आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दे रही है। जिसके चलते पुलिस और किसानों की बहस भी हुई है। पुलिस का कहना है कि किसान 101 जत्थे की तरह आगे नहीं बढ़ रहे है बल्कि, भीड़ की तरह आगे बढ़ रहे थे।

 

दरअसल, किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) समेत 13 मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि केंद्र सरकार उनकी मांगों को नहीं मान रही है। जिसके चलते किसान शंभू बॉर्डर पर 300 दिनों से डटे हुए है और अपनी मांगों को मनवाने की कोशिश कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि अब वो दिल्ली में जाकर शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन करना चाहते हैं, हालांकि, किसानों को दिल्ली भेजने के लिए राज्य सरकारें तैयार नहीं है। ये ही वजह है कि उन्हें शंभू बॉर्डर पर ही रोककर रखा हुआ है। ताजा अपडेट के लिए जुड़े रहे।

पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए छोड़े आंसू गैस के गोले

पुलिस ने किसानों के ‘दिल्ली चलो मार्च’ को रोकने के लिए उन पर आंसू गैस के गोले छोड़े। इसकी वीडियो सामने आई है।

 

https://x.com/ANI/status/1865687929424953797?t=mWflQte9tBQabQGEr3IYkw&s=19

पुलिस ने किसानों पर बरसाए फूल 

शंभु बॉर्डर पर पुलिस किसानों पर फूल भी बरसाते हुए नजर आई। इसकी वीडियो सामने आई है।

https://x.com/ANI/status/1865686306946433067?t=4j91pjKoJGwRZ8bMr2zyWA&s=19

 

किसान बोले पुलिस मांग रही पहचान पत्र

वहीं शंभू बॉर्डर पर मौजूद किसानों का कहना है कि पुलिस पहचान पत्र मांग रही है, लेकिन पुलिस को ये भी गारंटी देनी चाहिए कि पहचान पत्र दिखाने के बाद हमें दिल्ली जाने दिया जाएगा। किसानों का कहना है कि दिल्ली जाने की इजाजत नहीं है तो हम पुलिस को पहचान पत्र क्यों दें। अगर वे हमें दिल्ली जाने की अनुमति देते हैं तो हम भी पहचान दिखा देंगे।

पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर किसानों पर किया आंसू गैस का इस्तेमाल

 

 

पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया। इस दौरान मौके पर मौजूद हरियाणा पुलिस के अधिकारी ने कहा कि हम पहले किसानों की पहचान करेंगे और फिर हम उन्हें आगे जाने की परमिशन दे सकते हैं। हमारे पास 101 किसानों के नामों की एक लिस्ट है। लेकिन, ये वे लोग नहीं हैं, जिनकी हमारी पास लिस्ट है। किसान हमें उनकी पहचान नहीं करने दे रहे हैं और वे आगे भीड़ की तरह बढ़ रहे है।

https://x.com/ANI/status/1865661114723508417?t=YLhd46LMmZDRLRLN246Kvw&s=19

 

 

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